बिहार के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी आई है। मोकामा से मुंगेर तक की यह नई चार लेन वाली हाईवे जल्द ही बन जाएगी। आइए समझते हैं कि आखिर ये प्रोजेक्ट क्या है और इसका क्या मतलब है आपके और मेरे जैसे बिहारवासियों के लिए।

AI Image
क्या है ये मोकामा-मुंगेर हाईवे?
सीधी बात कहें तो ये एक बिलकुल नई सड़क बनने जा रही है। 82 किलोमीटर लंबी यह सड़क मोकामा को मुंगेर से जोड़ेगी। और ये आम सड़क नहीं है – ये चार लेन वाली हाईवे होगी जहां तेजी से गाड़ियां चल सकेंगी।
आजकल अगर आप मोकामा से मुंगेर जाते हैं तो घंटों लग जाते हैं। इस नई हाईवे से आपकी यात्रा सिर्फ डेढ़ घंटे में पूरी हो जाएगी। सोचिए कितना वक्त बचेगा!
सरकार ने दिया सबसे बड़ा आश्वासन
जनवरी 2025 में भारत की सरकार ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी। इसके लिए करीब 4,447 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। ये कोई छोटा-मोटा काम नहीं है – ये बिहार का सबसे बड़ा बुनियादी ढांचे का प्रोजेक्ट है।
कैसे बनेगी ये सड़क?
यह हाईवे “हरित संरेखण” (green alignment) के साथ बनाई जाएगी। मतलब यह सड़क बिलकुल नए रास्ते पर बनेगी, मौजूदा शहरों से दूर। इससे लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी और पर्यावरण को भी नुकसान कम होगा।
इस सड़क पर गाड़ियां 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगी। सोचिए, कितनी तेजी होगी!
जमीन की प्रक्रिया शुरू हो गई
अभी जमीन का अधिग्रहण (land acquisition) चल रहा है। इसके लिए लगभग 596 हेक्टेयर जमीन की जरूरत है। जो लोगों की जमीन ली जाएगी, उन्हें सही मुआवजा दिया जाएगा। ये प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ चल रही है।
निर्माण शुरू होने में कितना समय?
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने पहले से ही ठेकेदारों की तलाश के लिए बोली मांग चुकी है। जल्दी ही किसी कंपनी को यह काम दिया जाएगा। एक बार ठेकेदार चुन लिए जाने के बाद, दो महीने के अंदर निर्माण शुरू हो जाएगा।
कब तक खुल जाएगी सड़क?
सब कुछ ठीक से चले तो 2028 तक यह हाईवे पूरी हो जाएगी और आप इस पर अपनी गाड़ी दौड़ा सकेंगे। निर्माण में करीब 2.5 साल का समय लगेगा।
किन शहरों से होकर जाएगी?
यह हाईवे सीधे मोकामा से निकलकर बाराहिया, लखीसराय, जमालपुर होते हुए मुंगेर तक पहुंचेगी। और यहीं खत्म नहीं – ये आगे चलकर भागलपुर तक जुड़ेगी। इससे पूरे क्षेत्र का विकास होगा।
लोगों के लिए क्या फायदे होंगे?
रोजगार का सुनहरा अवसर: इस प्रोजेक्ट से करीब 15 लाख लोगों को सीधे काम मिलेगा और 18 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। छोटे-मोटे ठेकेदार, मजदूर, गाड़ी चलाने वाले – सबको काम मिलेगा।
व्यापार में तेजी: जब सड़क अच्छी हो तो व्यापार बढ़ता है। मुंगेर-जमालपुर-भागलपुर इलाका पहले से ही बहुत औद्योगिक है। यहां आयुध कारखाना, लोकोमोटिव वर्कशॉप, खाद्य प्रसंस्करण केंद्र हैं। इस हाईवे से सभी को मालपत्ता ढुलवाना आसान हो जाएगा।
सड़क हादसों में कमी: चार लेन की हाईवे पर सड़क दुर्घटनाएं कम होती हैं। अच्छी सड़क + अच्छी गति नियंत्रण = ज्यादा सुरक्षित सफर।
समय की बचत: जो लोग रोज मोकामा-मुंगेर के बीच जाते हैं, उनके घंटों काम बच जाएंगे।
टोल कैसे काम करेगा?
इस हाईवे पर आधुनिक टोल प्रणाली होगी। इसका मतलब है कि आप बिना रुके भी अपना टोल अदा कर सकेंगे। कोई लंबी लाइनें नहीं, कोई व्यर्थ रुकावट नहीं।
सड़क के रख-रखाव का कौन जिम्मेदार होगा?
जो कंपनी इस सड़क को बनाएगी, वही 15 साल तक उसकी देखभाल भी करेगी। इससे सड़क हमेशा अच्छी स्थिति में रहेगी।
मोकामा-मुंगेर हाईवे सिर्फ एक सड़क नहीं है – ये बिहार के विकास की एक महत्वपूर्ण सीढ़ी है। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा, व्यापार बढ़ेगा, और सफर सुरक्षित व आरामदायक बनेगा। 2028 तक जब यह हाईवे खुल जाएगी, तब बिहार की तस्वीर ही बदल जाएगी।
तब तक आइए, बस प्रोजेक्ट की प्रगति को देखते रहें और इस बदलाव के लिए तैयार रहें!


















