अगर आपने जाति की बेड़ियों को तोड़कर प्यार किया है और शादी रचाई है, तो यह खबर आपके लिए है। समाज भले ही कभी-कभी सवाल उठाए, लेकिन सरकार आपके साथ खड़ी है। भारत में जाति प्रथा को खत्म करने के लिए कई राज्य सरकारें उन जोड़ों को नकद इनाम दे रही हैं जो ‘अंतरजातीय विवाह’ (Inter-caste Marriage) करते हैं।
आज हम दो बड़े राज्यों—बिहार और हरियाणा—की योजनाओं का ‘पोस्टमार्टम’ करेंगे। एक तरफ बिहार का ‘RTPS मॉडल’ है तो दूसरी तरफ हरियाणा का ‘2.5 लाख वाला शगुन’। जानिए आपके लिए कौन सी योजना क्या लेकर आई है।

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बिहार: “सामाजिक समानता” की पहल (₹1,00,000)
बिहार सरकार का सीधा फंडा है—अगर आप समाज में समानता ला रहे हैं, तो सरकार आपको 1 लाख रुपये की मदद देगी। बिहार सरकार के विज्ञापनों (जो आपने देखे) के मुताबिक, यह योजना ‘अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना’ के नाम से जानी जाती है।
- कितना पैसा मिलता है?पूरे ₹1,00,000 (एक लाख रुपये)। यह राशि ‘अनुदान’ है, यानी इसे वापस नहीं करना है। यह नए जोड़े को अपनी गृहस्थी जमाने में बड़ी मदद करता है।
- शर्तें क्या हैं?
- लड़की की उम्र 18 साल से ज्यादा और लड़के की 21 साल से ज्यादा होनी चाहिए।
- शादी अंतरजातीय (Inter-caste) होनी चाहिए।
- आवेदन कहाँ करें?बिहार में आपको धक्के खाने की जरूरत नहीं है। आप अपने ब्लॉक के RTPS काउंटर पर जाकर ‘निर्धारित प्रपत्र’ (Prescribed Form) भरकर जमा कर सकते हैं।
- मदद चाहिए?अगर कोई दिक्कत हो तो आप बिहार सरकार के टोल-फ्री नंबर 1800-345-62-62 पर कॉल कर सकते हैं या http://esuvidha.bihar.gov.in/ पर जा सकते हैं।
हरियाणा: “सामाजिक समरसता” का बड़ा शगुन (₹2.5 लाख)
हरियाणा सरकार ने इस मामले में दिल खोलकर पैसा रखा है, लेकिन नियम थोड़े सख्त हैं। यहाँ इस योजना को ‘मुख्यमंत्री सामाजिक समरसता अंतरजातीय विवाह शगुन योजना’ कहा जाता है।
- कितना पैसा मिलता है?यहाँ राशि बिहार से ढाई गुना ज्यादा है—₹2.5 लाख (ढाई लाख रुपये)।
- पैसे मिलने का तरीका (Twist यहाँ है):पूरा पैसा हाथ में नहीं मिलता।
- ₹1.25 लाख: शादी के तुरंत बाद आपके जॉइंट खाते में ट्रांसफर कर दिए जाते हैं।
- बाकी ₹1.25 लाख: इसे 3 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) कर दिया जाता है। 3 साल तक शादी सफल रहने के बाद ही आप इसे निकाल सकते हैं।
- खास शर्तें:
- जोड़े में से कोई एक अनुसूचित जाति (SC) से और दूसरा गैर-अनुसूचित जाति (Non-SC) से होना चाहिए।
- दोनों में से कोई एक हरियाणा का स्थायी निवासी (Domicile) होना जरूरी है।
- यह शादी दोनों की पहली शादी होनी चाहिए।
- आवेदन कहाँ करें?हरियाणा पूरी तरह डिजिटल है। आपको ‘अंत्योदय सरल पोर्टल’ (Antyodaya Saral Portal) पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
एक नज़र में दोनों राज्यों का फर्क
| फीचर | बिहार (Bihar) | हरियाणा (Haryana) |
| राशि | ₹1 लाख (सीधा अनुदान) | ₹2.5 लाख (50% कैश + 50% FD) |
| फोकस | सामाजिक समानता (Equality) | सामाजिक समरसता (Harmony) |
| आवेदन | RTPS काउंटर / ब्लॉक ऑफिस | केवल ऑनलाइन (अंत्योदय सरल) |
| हेल्पलाइन | 1800-345-62-62 | 1800-2000-023 / 0172-3968400 |
| लॉक-इन पीरियड | कोई नहीं | 3 साल (आधी राशि के लिए) |
आवेदन करने के लिए जरूरी कागजात
चाहे आप बिहार से हों या हरियाणा से, ये दस्तावेज तैयार रखें वरना सरकारी बाबू चक्कर लगवा देंगे:
- शादी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट: मंदिर या आर्य समाज की रसीद नहीं चलेगी, कोर्ट या नगर निगम का पक्का प्रमाण पत्र चाहिए। 2
- जाति प्रमाण पत्र (Caste Certificate): यह साबित करने के लिए कि एक पक्ष SC है और दूसरा Non-SC।
- आयु प्रमाण पत्र (Age Proof): मैट्रिक की मार्कशीट या जन्म प्रमाण पत्र।
- मूल निवासी प्रमाण पत्र (Domicile): खासकर हरियाणा वालों के लिए।
- संयुक्त बैंक खाता (Joint Bank Account): पति और पत्नी का जॉइंट खाता होना जरूरी है, पैसे इसी में आएंगे।
- शादी की फोटो: दूल्हा-दुल्हन की एक साथ वाली फोटो।
अगर आप बिहार में हैं, तो सीधे अपने ब्लॉक ऑफिस (BDO) जाएं। वहां RTPS काउंटर सबसे तेज रास्ता है। अगर आप हरियाणा में हैं, तो किसी ‘सरल केंद्र’ या CSC सेंटर पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरवाएं।
याद रखें, यह पैसा कोई खैरात नहीं है, यह आपका अधिकार है। समाज बदलने की हिम्मत आपने दिखाई है, तो इनाम भी आपको ही मिलना चाहिए!














