अगर आप या आपके घर का कोई बच्चा 2026 में बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा देने वाला है, तो अब कमर कसने का समय आ गया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने 17 फरवरी 2026 से परीक्षा शुरू करने का ऐलान कर दिया है. यह केवल तारीखों की लिस्ट नहीं है, बल्कि एक तरह का ‘वॉर प्लान’ है जिसे समझना हर छात्र के लिए ज़रूरी है.
आइए, बिना किसी भारी-भरकम शब्दों के समझते हैं कि इस बार की परीक्षा का शेड्यूल क्या कहता है, आपको किन चुनौतियों के लिए तैयार रहना होगा और बोर्ड ने इस बार क्या नया किया है.


1. तारीखों का खेल: कब, क्या और कैसे?
परीक्षा का आयोजन दो पालियों (Shifts) में होगा—पहली सुबह 9:30 से और दूसरी दोपहर 2:00 बजे से. कुल 16 लाख से ज़्यादा बच्चे इसमें शामिल होंगे.
परीक्षा का दिन-ब-दिन हाल:
- शुरुआत (17 फरवरी, मंगलवार): पहला दिन मातृभाषा (हिंदी/उर्दू/मैथिली) का है. यह बहुत अच्छी बात है. पहला पेपर हल्का होने से छात्रों का डर खत्म हो जाता है और वे परीक्षा हॉल के माहौल में ढल जाते हैं.
- सबसे बड़ी चुनौती (18 फरवरी, बुधवार): दूसरे ही दिन गणित (Maths) का पेपर है. ध्यान दीजिए, हिंदी और गणित के बीच कोई छुट्टी नहीं है. इसका मतलब है कि गणित की तैयारी आपको परीक्षा शुरू होने से पहले ही पूरी रखनी होगी. 17 तारीख की शाम को सिर्फ फॉर्मूले दोहराने का वक्त मिलेगा.
- तीसरा दिन (19 फरवरी, गुरुवार): इस दिन द्वितीय भारतीय भाषा (ज्यादातर बच्चों के लिए संस्कृत) की परीक्षा है. गणित के तनाव के बाद यह थोड़ा राहत देने वाला पेपर होता है.
- चौथा दिन (20 फरवरी, शुक्रवार): अब बारी है सामाजिक विज्ञान (Social Science) की. इसमें इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र सब कुछ आता है. सिलेबस बड़ा है, इसलिए लिखने की स्पीड बहुत मायने रखेगी.
- पांचवां दिन (21 फरवरी, शनिवार): सप्ताह का अंत विज्ञान (Science) के साथ होगा. लगातार पांचवें दिन परीक्षा देना थका देने वाला होता है, और विज्ञान जैसे विषय में दिमाग का ताज़ा होना ज़रूरी है. यहाँ आपकी सहनशक्ति (stamina) की असली परीक्षा होगी.
- संडे का सुकून (22 फरवरी, रविवार): शुक्र है कि विज्ञान के बाद एक दिन की छुट्टी है. यह रविवार आपके लिए ‘संजीवनी बूटी’ का काम करेगा. इस दिन आप आराम करें और अगले पेपर के लिए तरोताज़ा हो जाएं.
- सोमवार की वापसी (23 फरवरी, सोमवार): छुट्टी के बाद अंग्रेजी (English) का पेपर है. बिहार बोर्ड में अंग्रेजी के नंबर जुड़ते नहीं हैं, लेकिन आगे की पढ़ाई और नौकरी के लिए इसमें पास होना और अच्छे नंबर लाना बहुत ज़रूरी है.
- आखिरी दिन (24-25 फरवरी): 24 को ऐच्छिक विषय (जैसे उच्च गणित या इकोनॉमिक्स) और 25 को व्यावसायिक विषयों (जैसे ब्यूटीशियन, सिक्योरिटी, टूरिज्म) की परीक्षा के साथ यह महाकुंभ समाप्त होगा.
2. प्रैक्टिकल परीक्षा: इसे हल्के में न लें
अक्सर छात्र थ्योरी रटने में इतने बिजी हो जाते हैं कि प्रैक्टिकल को भूल जाते हैं. याद रखिए, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में प्रैक्टिकल के 20-20 नंबर मुफ्त के नहीं, बल्कि आपकी मेहनत के हैं.
- तारीख: 20 जनवरी से 22 जनवरी 2026.
- जगह: आपका अपना स्कूल (Home Center).
- जरूरी बात: अगर आप प्रैक्टिकल में फेल हो गए या एब्सेंट रहे, तो थ्योरी में चाहे जितना अच्छा लिखें, रिजल्ट ‘फेल’ ही आएगा.
3. इस बार नया क्या है? (Technological Updates)
बिहार बोर्ड अब हाई-टेक हो रहा है. 2026 की परीक्षा के लिए बोर्ड ने कुछ ऐसे बदलाव किए हैं जो छात्रों की मदद करेंगे:
- AI चैटबॉट की एंट्री: यह पहली बार हो रहा है जब बिहार बोर्ड छात्रों की मदद के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करेगा. अगर आपको एडमिट कार्ड डाउनलोड करने में दिक्कत हो रही है या सेंटर के बारे में जानना है, तो आपको किसी को फोन करके घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा. एक चैटबॉट (जैसे व्हाट्सएप पर चैट करते हैं) आपके सवालों का जवाब तुरंत देगा. यह छात्रों के तनाव को कम करने वाला कदम है.
- दृष्टिबाधित छात्रों के लिए: जो छात्र देख नहीं सकते, उनके लिए बोर्ड ने गणित और विज्ञान की जगह संगीत और होम साइंस जैसे विषय रखे हैं ताकि वे बराबरी से परीक्षा दे सकें.
4. छात्रों के लिए सीधी सलाह (Pro-Tips)
परीक्षा का टाइम-टेबल देखने के बाद, यहाँ कुछ ऐसी बातें हैं जो आपको कोई कोचिंग वाला नहीं बताएगा:
- गैप नहीं है, तो तैयारी पहले करें: आपने देखा कि 17 से 21 फरवरी तक लगातार पेपर हैं. गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान जैसे ‘भारी’ विषयों के बीच एक दिन की भी छुट्टी नहीं है. इसलिए, जनवरी खत्म होने तक आपका पूरा सिलेबस खत्म हो जाना चाहिए. फरवरी के उन दिनों में आप कुछ नया नहीं पढ़ पाएंगे, सिर्फ रिवाइज कर पाएंगे.
- शिफ्ट का ध्यान रखें: अगर आपका एडमिट कार्ड (जो जनवरी में आएगा) कहता है कि आपकी परीक्षा ‘सेकेंड शिफ्ट’ (दोपहर 2 बजे) में है, तो अभी से दोपहर में सोने की आदत छोड़ दें. उसी समय पर मॉडल पेपर हल करें ताकि परीक्षा वाले दिन आपको नींद न आए.
- जूता-मोजा विवाद: बिहार बोर्ड अक्सर परीक्षा में जूते-मोजे पहनकर जाने पर रोक लगा देता है (सिर्फ चप्पल की अनुमति होती है). हालांकि ठंड ज्यादा होने पर कभी-कभी छूट मिल जाती है, लेकिन मानसिक रूप से इसके लिए तैयार रहें कि शायद चप्पल पहनकर ही जाना पड़े.
- OMR शीट की प्रैक्टिस: परीक्षा में 50% सवाल ऑब्जेक्टिव (MCQ) होते हैं. कई बार बच्चे सही जवाब जानते हुए भी गोले भरने में गलती कर देते हैं. बाज़ार से 10 रुपये की OMR शीट खरीदें और उस पर गोले भरने की प्रैक्टिस करें.
5. रिजल्ट कब आएगा?
इतिहास गवाह है कि बिहार बोर्ड रिजल्ट देने में बहुत तेज़ है. 25 फरवरी को परीक्षा खत्म होगी, और पूरी उम्मीद है कि मार्च के आखिरी सप्ताह (28-30 मार्च 2026) तक आपका रिजल्ट आपके हाथ में होगा. पिछले 4-5 सालों से बोर्ड इसी समय पर रिजल्ट दे रहा है.


















