इस साल की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि स्टार्स ने सेफ ज़ोन से बाहर निकलकर कहानियों पर ध्यान दिया। खेसारी, पवन, निरहुआ, आम्रपाली, रानी चटर्जी—सबने अपने-अपने जॉनर में क्लासिक परफॉर्मेंस दी है।
यहाँ 2025 की वो 10 फ़िल्में हैं, जिनका असली भोजपुरी फ़्लेवर और दमदार सिनेमाई अनुभव मिस करना गुनाह है:

1. जुगल मास्टर (Jugal Master)
जॉनर: प्योर रोमांटिक ड्रामा मास्टरस्ट्रोक: दिनेश लाल यादव (निरहुआ) ने एक बार फिर दिखा दिया कि जब बात रोमांस की सादगी की हो, तो उनका कोई मुकाबला नहीं है। लाल बाबू पंडित के निर्देशन में, रक्षा गुप्ता के साथ उनकी फ्रेश केमिस्ट्री ने पर्दे पर आग लगा दी। यह सिर्फ प्यार की कहानी नहीं, बल्कि अपने प्यार को बचाने का संघर्ष है, जो जुलाई में दर्शकों को बहुत पसंद आया।
2. घर परिवार (Ghar Parivaar)
जॉनर: इंटेंस फैमिली ड्रामा मास्टरस्ट्रोक: ‘घर परिवार’ भोजपुरी सिनेमा की वो ज़रूरत थी जो पूरी हुई। मंजुल ठाकुर ने रिश्तों की जटिलताओं और भावनाओं को इतने करीब से दिखाया कि हर दर्शक खुद को प्रवेश लाल यादव और नीलम गिरी की कहानी से जोड़ पाया। यह फिल्म आपको हँसाएगी भी और आँखें नम भी करेगी—पारिवारिक बंधन और त्याग का सच्चा आईना।
3. ये इश्क नहीं आसान (Ye Ishq Nahi Aasan)
जॉनर: दिल को छूने वाली प्रेम कहानी मास्टरस्ट्रोक: राजनीश मिश्रा की कहानियों में एक खास सादगी होती है, और इस फिल्म ने उसे बरकरार रखा। प्रदीप पांडे चिंटू और आम्रपाली दुबे की जोड़ी ने इश्क के सच्चे जज्बातों को पर्दे पर उतारा। खासकर आम्रपाली का शानदार अभिनय इस फिल्म की जान है, जिसने अगस्त में सबका दिल जीत लिया।
4. प्यार की कीमत (Pyar Ki Kimat)
जॉनर: स्वाभिमान पर आधारित प्रेम कथा मास्टरस्ट्रोक: यश कुमार ने साबित किया कि प्यार और आत्मसम्मान की लड़ाई हमेशा दिलचस्प होती है। यह फिल्म सिर्फ गरीब-अमीर की कहानी नहीं है, बल्कि अपने वजूद से समझौता न करने के हुनर को दिखाती है। धीरू यादव का निर्देशन इस भावनात्मक संघर्ष को मजबूत बनाता है।
5. डंस (DUNS)
जॉनर: फुल-ऑन एक्शन-एंटरटेनर मास्टरस्ट्रोक: खेसारी लाल यादव का स्टाइलिश अंदाज़ और दमदार डायलॉग्स! इस फिल्म को ‘पूर्ण मनोरंजन पैकेज’ कहना गलत नहीं होगा। खेसारी ने दिखाया कि एक्शन फिल्मों को भी एक सामाजिक आधार दिया जा सकता है। श्वेता सेन के साथ उनकी जोड़ी ने फरवरी में सिनेमाघरों में तहलका मचा दिया।
6. जलवा (Jalwa)
जॉनर: एक्शन और रोमांस का मिश्रण मास्टरस्ट्रोक: अरविंद अकेला कल्लू और रितु सिंह की केमिस्ट्री यहाँ एक नए स्तर पर दिखी। सुजीत कुमार सिंह ने एक्शन और रोमांस का ऐसा परफेक्ट कॉम्बिनेशन बनाया कि दर्शक अपनी सीट से हिल नहीं पाए। सितंबर में रिलीज़ हुई इस फिल्म में लोकल फ़्लेवर और ज़बरदस्त संगीत है।
7. संयोग (Sanyog)
जॉनर: ब्लॉकबस्टर रोमांटिक ड्रामा मास्टरस्ट्रोक: निरहुआ-आम्रपाली! इनके नाम ही काफी हैं। अनंजय रघुराज द्वारा निर्देशित यह फिल्म इस जोड़ी की ट्रेडमार्क केमिस्ट्री को दर्शाती है। मई में आई इस फिल्म ने सिद्ध किया कि कुछ जोड़ियाँ हमेशा सुपरहिट होती हैं। यह उन फ़िल्मों में से है जिसे आप बार-बार देखना चाहेंगे।
8. सूर्य का इंसाफ (Surya Ka Insaaf)
जॉनर: कॉप-ड्रामा, एक्शन मास्टरस्ट्रोक: ‘पॉवर स्टार’ पवन सिंह को पुलिस ऑफिसर सूर्यकांत के रोल में देखना एक अलग ही मज़ा है! उनका दमदार अभिनय और अक्षरा सिंह का साथ, अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ़ एक ज़बरदस्त लड़ाई पेश करता है। यह फिल्म न्याय की जीत और नाटकीयता से भरपूर थी।
9. आपन कहाये वाला के बा (Aapan Kahaye Wala Ke Ba)
जॉनर: पारिवारिक मूल्य और सामाजिक संदेश मास्टरस्ट्रोक: अवधेश मिश्रा और देव सिंह की उपस्थिति ही कहानी को एक गंभीरता दे देती है। राजनीश मिश्रा की यह फिल्म पारिवारिक रिश्तों की गर्माहट और भारतीय संस्कृति के मूल्यों पर एक खूबसूरत रोशनी डालती है। सितंबर में आई इस फिल्म ने दर्शकों को एक भावनात्मक संदेश दिया।
10. चुगलखोर बहुरिया (Chugalkhor Bahuriya)
जॉनर: कॉमेडी-ड्रामा मास्टरस्ट्रोक: रानी चटर्जी की हास्य टाइमिंग! घर-परिवार की छोटी-छोटी बातों और सास-बहू के झगड़ों को जिस मजाकिया अंदाज़ में पेश किया गया, उसने हॉल में खूब ठहाके लगवाए। यह हास्य से भरपूर होते हुए भी एकता का मीठा संदेश देती है।
2025 में, खेसारी लाल यादव ने एक्शन में, पवन सिंह ने इंटेंस ड्रामा में, और निरहुआ-आम्रपाली ने रोमांस में अपना वर्चस्व कायम रखा। लेकिन असली जीत कंटेंट की हुई। चाहे वह ‘घर परिवार’ हो या ‘आपन कहाये वाला के बा’, इन फिल्मों ने साबित कर दिया कि दर्शक अब सिर्फ़ नाच-गाने से नहीं, बल्कि अच्छी कहानियों से सिनेमा हॉल तक खींचे चले आते हैं।