Mobile Only Menu
  • Home
  • पर्यटन
  • बिहार की शानदार सवारी: लग्जरी Caravan bus में होटल जैसा अनुभव
luxury caravan bus

बिहार की शानदार सवारी: लग्जरी Caravan bus में होटल जैसा अनुभव

बिहार पर्यटन विभाग ने एक शानदार योजना लेकर आया है – ऐसी बस जो न सिर्फ आपको एक जगह से दूसरी जगह ले जाएगी, बल्कि रास्ते भर होटल जैसा आराम भी देगी। हाँ, आपने सही समझा! ये नई कारवां बस सेवा बिहार के पर्यटन को एकदम बदल देने वाली है।

luxury caravan bus

ये बस आखिर है क्या?

सोचिए, आप बोधगया जाना चाहते हैं या नालंदा देखना चाहते हैं। अब तक आपको क्या करना पड़ता था? होटल में ठहरना, खाने के लिए रेस्तरां ढूंढना, पैकिंग-अनपैकिंग करना। कितना झंझट, न?

अब ये कारवां बस ने सब कुछ आसान कर दिया है। ये बस एक चलता-फिरता होटल है। आप सो भी सकते हैं इसमें, खाना भी बना सकते हैं, और गाना भी सुन सकते हैं – सब कुछ एक ही जगह।

बस के अंदर क्या-क्या है?

हर बस में सात आरामदायक सीटें हैं जो आप के पीछे की ओर झुक जाती हैं – बिल्कुल एरोप्लेन की तरह। अगर आप रात भर यात्रा करना चाहते हैं तो चार बेड निकल आते हैं जहाँ आप सो सकते हैं।

मनोरंजन के लिए? पाँच एलईडी टीवी लगे हैं, साथ में संगीत सिस्टम भी। फिल्में देखें, गाने सुनें, या बस बाहर का नजारा लें।

और हाँ, बस के अंदर एक छोटी-सी रसोई भी है! आप अपनी पसंद का खाना बना सकते हैं। कोई विशेष डाइट है तो परेशानी नहीं। बाथरूम भी है, तो रास्ते भर की सुविधा पूरी हो गई।

किराया कितना है?

बिहार पर्यटन विभाग ने सब तरह के लोगों के लिए पैकेज बनाए हैं:

लंबी यात्रा के लिए: अगर आप 250 किलोमीटर या उससे ज्यादा घूमना चाहते हैं, तो 75 रुपये प्रति किलोमीटर देना होगा। मतलब, अगर 300 किलोमीटर जाना है तो 22,500 रुपये का खर्च।

पूरे दिन की सवारी: एक दिन के लिए (करीब 20,000 रुपये में) बस आपकी सेवा में। इसमें पहले से तय 250 किलोमीटर शामिल है।

पटना में छोटी सैर: सिर्फ पटना शहर में 12 घंटे के लिए 75 किलोमीटर की सवारी करनी है? तो 11,000 रुपये में हो गया काम।

कौन-कौन से जगह जा सकते हैं?

ये बस आपको बिहार के सबसे खूबसूरत और धार्मिक जगहों पर ले जाएगी:

बौद्ध धर्म के प्रेमियों के लिए: बोधगया और नालंदा की यात्रा। इन जगहों पर 2500 साल पहले बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था। बस एक ही दिन में दोनों जगह घूम सकते हो।

वन्यजीव प्रेमियों के लिए: वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व जाओ। शेरों को देखो, बाघों को देखो, और रोमांच महसूस करो।

इतिहास की सैर: राजगीर, वैशाली – ये जगहें महाभारत और जैन धर्म से जुड़ी हैं। बस तुम्हें 2000 साल पहले ले जाएगी।

रोजगार का नया अवसर

ये बस सिर्फ पर्यटकों के लिए नहीं, बिहार के युवाओं के लिए भी बहुत अच्छी खबर है। हर बस के लिए 50-60 लोगों को काम की जरूरत है – ड्राइवर, गाइड, शेफ, और अन्य स्टाफ।

अभी दो बस चल रहे हैं, तो 100 से ज्यादा लोगों को काम मिल गया। भविष्य में जब और बसें आएंगी, तो सैकड़ों युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा।

ये पहल क्यों जरूरी थी?

अब तक बिहार में पर्यटन की समस्या क्या थी? जब कोई बोधगया जाता था, तो होटल नहीं मिलते, खाना ठीक नहीं मिलता, और बार-बार सामान पैक-अनपैक करना पड़ता था। परिवार के साथ जाना तो और भी मुश्किल!

इस कारवां बस से सब कुछ बदल गया। अब परिवार एक साथ, आराम से, और अपने बजट में बिहार घूम सकते हैं। विदेशी पर्यटकों को भी ये सेवा बहुत पसंद आएगी क्योंकि ये एक अलग ही अनुभव देता है।

बुकिंग कैसे करें?

अभी फॉर्मल प्रक्रियाएँ पूरी हो रही हैं, जल्द ही आप ऑनलाइन बुकिंग कर सकेंगे:

  • वेबसाइट पर: bstdc.bihar.gov.in खोलो और अपनी पसंद का पैकेज चुनो
  • फोन से: सीधे पर्यटन विभाग को कॉल करो

बुकिंग शुरू होते ही हम आपको जानकारी दे देंगे।

आने वाले दिन

अभी दो बस तैयार हैं और पटना में खड़ी हैं। शीघ्र ही ये पूरी तरह चालू हो जाएंगी। फिर, अगर लोगों को ये सेवा पसंद आई, तो और भी बसें आएंगी। शायद हर बड़े जिले में यह सुविधा मिल जाए।

बिहार की यह कारवां बस सेवा पर्यटन का भविष्य है। यह न सिर्फ बिहार को एक आधुनिक पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी देगी। अगर आप बिहार का इतिहास देखना चाहते हैं, प्रकृति का आनंद लेना चाहते हैं, या बस एक शानदार पारिवारिक छुट्टी बिताना चाहते हैं, तो ये कारवां बस आपका सबसे अच्छा साथी होगा।

तो देर किस बात की? जल्द ही इस शानदार यात्रा की योजना बनाइए और बिहार को इस नए अंदाज में महसूस कीजिए!

Releated Posts

मुजफ्फरपुर मेट्रो : शहर की रफ़्तार और तस्वीर दोनों बदलने वाली है!

अगर आप मुजफ्फरपुर मेट्रोमें रहते हैं, तो ‘ट्रैफिक जाम’ शब्द सुनकर ही शायद आपका मूड खराब हो जाता…

ByByManvinder Mishra Dec 15, 2025

राजगीर महोत्सव 2025: बिहार की संस्कृति का महाकुंभ

 19 से 21 दिसंबर को राजगीर में यह तीन दिनों का पर्व मनाया जाएगा। मेला राजगीर के इंटरनेशनल…

ByByHarshvardhan Dec 14, 2025

बिहार सरस मेला–2025: महिलाओं का आत्मनिर्भरता का पर्व

बिहार सरस मेला पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान पर 12 दिसंबर से 28 दिसंबर तक लगा है। यह मेला…

ByByHarshvardhan Dec 14, 2025

भारत की पहली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस: पटना-दिल्ली रूट पर आ रहा है

बड़ी खुशखबरी बिहार के लिए! भारतीय रेलवे अपनी सबसे आधुनिक और तेज ट्रेन वंदे भारत का स्लीपर संस्करण पटना-दिल्ली रूट…

ByByManvinder Mishra Dec 13, 2025

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top