भारत जैसे राज्य में जहाँ लाखों बच्चे हर साल सिर्फ पैसों की कमी से पढ़ाई छोड़ देते हैं, वहाँ बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना किसी राहत से कम नहीं। ये योजना सिर्फ एक स्कीम नहीं, बल्कि एक संदेश है — पढ़ाई अब अमीरों का हक़ नहीं, सबका अधिकार है।

क्यों ज़रूरी थी ये योजना
सोचिए, कोई बच्चा 12वीं पास करता है, सपना इंजीनियर बनने का है या डॉक्टर बनने का, पर घर की हालत ठीक नहीं। यही वो जगह है जहाँ ज़्यादातर सपने रुक जाते हैं। बिहार सरकार ने इसी स्थिति को समझा और कहा — रुकावट पैसे में नहीं होनी चाहिए, पढ़ाई में नहीं।
क्या है ये योजना
इस योजना के तहत बिहार सरकार छात्रों को चार लाख रुपये तक का लोन देती है, ताकि वो अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकें।
सबसे बड़ी बात — इस पर ब्याज या तो बहुत कम है, या अब शून्य (0%)।
पढ़ाई पूरी होने के बाद और नौकरी मिलने पर ही लोन चुकाना शुरू करना होता है। किश्तें भी आराम से, करीब 10 साल तक दी जा सकती हैं।
कौन ले सकता है इस योजना का फायदा
- आवेदक बिहार का निवासी होना चाहिए।
- उसने 12वीं पास कर ली हो।
- किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया हो।
- परिवार की सालाना आय लगभग 6 लाख रुपये से कम हो।
- महिला, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर छात्रों के लिए पहले से ही ब्याज में राहत थी, अब सबको समान लाभ मिल रहा है।
आवेदन कैसे करें
आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है।
- “7 निश्चय – युवा उत्थान मिशन” की वेबसाइट पर जाएँ।
- आवेदन फॉर्म भरें और ज़रूरी दस्तावेज़ अपलोड करें — जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, मार्कशीट, और कॉलेज का एडमिशन लेटर।
- इसके बाद जिले के DRCC सेंटर में डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन होगा।
- फिर बैंक से लोन पास होकर कॉलेज की फीस सीधे कॉलेज को भेज दी जाती है।
क्या-क्या खर्च कवर होगा
सिर्फ कॉलेज फीस ही नहीं, बल्कि
- किताबें
- लैपटॉप
- हॉस्टल किराया
- और पढ़ाई से जुड़े अन्य ज़रूरी खर्च भी इसमें शामिल हैं।
पढ़ाई के दौरान कोई EMI नहीं देनी होती। जब नौकरी मिलती है, तब किश्तें शुरू होती हैं। अगर किसी कारण से छात्र की मृत्यु या गंभीर विकलांगता हो जाती है, तो लोन माफ़ कर दिया जाता है।
छात्रों के लिए सलाह
अगर इसे एक लाइन में कहें तो —
“अब पढ़ाई का खर्च बहाना नहीं, बस आवेदन आपका हौसला चाहिए।”
सरकार खुद गारंटी ले रही है, बैंक सिर्फ औपचारिकता निभा रहा है। तो डरिए मत, बस दस्तावेज़ सही रखें और प्रक्रिया पूरी करें।