1. फिनटेक सिटी आखिर है क्या?
जैसे सब्जी मंडी में सिर्फ सब्जियाँ मिलती हैं, वैसे ही ‘फिनटेक सिटी’ एक ऐसा शहर या इलाका होता है जहाँ सिर्फ पैसों और टेक्नोलॉजी से जुड़ा काम होता है।
- Fintech का मतलब: Finance (पैसा) + Technology (तकनीक)।
- यहाँ बड़े-बड़े बैंक, शेयर बाजार की कंपनियां, इन्शुरन्स कंपनियां और ऑनलाइन पेमेंट (जैसे PhonePe, Paytm जैसी) बनाने वाली कंपनियां अपने ऑफिस खोलेंगी।
- यह गुजरात की मशहूर GIFT City की तर्ज पर बनाया जा रहा है।

AI Image
2. यह कहाँ बन रहा है?
यह प्रोजेक्ट पटना जिले के फतुहा में बन रहा है।
- गाँव/मौजा: यह फतुहा के जैतिया मौजा (Jaitiya Mauza) के पास बनने वाला है।
- जमीन: इसके लिए सरकार ने करीब 242 एकड़ जमीन तय की है।
- खास बात: यह जगह नेउरा-दनियावां के पास बन रहे ‘मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क’ (Logistics Park) के बिल्कुल नजदीक होगी। यानी एक तरफ सामान ढोने का हब और दूसरी तरफ पैसों का हब।
3. अभी काम कहाँ तक पहुँचा है? (Current Status – Dec 2025)
यह प्रोजेक्ट अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन सरकार ने इस पर मुहर लगा दी है।
- मंजूरी: अगस्त 2025 में बिहार कैबिनेट (नीतीश कुमार सरकार) ने इसके लिए जमीन खरीदने के लिए करीब 408 करोड़ रुपये पास कर दिए हैं।
- अगला कदम: अभी जमीन अधिग्रहण (Land Acquisition) का काम और बाउंड्री का काम शुरू होने वाला है। इसके बाद यहाँ बिल्डिंग्स और रोड बनने शुरू होंगे।
4. इसमें क्या-क्या सुविधाएँ होंगी?
यह कोई साधारण इंडस्ट्रियल एरिया नहीं होगा, बल्कि एक ‘स्मार्ट सिटी’ जैसा होगा:
- हाई-स्पीड इंटरनेट: यहाँ दुनिया का सबसे तेज इंटरनेट होगा क्योंकि ये कंपनियां बिना इंटरनेट के नहीं चल सकतीं।
- 24 घंटे बिजली: अंडरग्राउंड (जमीन के नीचे) बिजली की तारें होंगी, ताकि कभी पावर कट न हो।
- रहने की व्यवस्था: यहाँ काम करने वाले लोगों के लिए फ्लैट्स, इंटरनेशनल स्कूल और हॉस्पिटल भी इसी सिटी के अंदर या आसपास बनाए जाएंगे।
5. बिहार और फतुहा को इससे क्या फायदा होगा?
- नौकरियाँ: जब यहाँ बड़ी-बड़ी कंपनियां ऑफिस खोलेंगी, तो बिहार के युवाओं को अकाउंट्स, आईटी (IT), बैंकिंग और मैनेजमेंट की नौकरी के लिए बाहर (बंगलुरु या पुणे) नहीं जाना पड़ेगा।
- जमीन के दाम: फतुहा और आसपास के इलाकों (जैसे दनियावां) में जमीन की कीमतें बहुत तेजी से बढ़ेंगी।
- निवेश: अभी तक बड़ी कंपनियां बिहार आने से डरती थीं, लेकिन फिनटेक सिटी बनने से उन्हें एक सुरक्षित और मॉडर्न जगह मिलेगी।
संक्षेप में: फतुहा अब सिर्फ गोदामों या फैक्ट्री का एरिया नहीं रहेगा, बल्कि यह बिहार का ‘पैसे और बिजनेस’ का नया सेंटर बनने जा रहा है।















