यह योजना उन बेटियों के लिए है जिनके परिवार आर्थिक रूप से थोड़े तंग हैं। सरकार का मानना है कि पैसों की कमी की वजह से किसी भी बेटी की शादी नहीं रुकनी चाहिए। इसमें सरकार न केवल पैसे देती है, बल्कि अक्सर सामूहिक विवाह सम्मेलनों का आयोजन भी करती है, जिससे फिजूलखर्ची कम होती है और समाज में बराबरी का संदेश जाता है।

योजना का मुख्य उद्देश्य
इसका बड़ा लक्ष्य है ‘बाल विवाह’ को रोकना। चूंकि सरकार का फायदा तभी मिलता है जब लड़की 18 साल की हो जाए, तो लोग कानूनन सही उम्र में शादी करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। साथ ही, यह उन परिवारों को साहूकारों के कर्ज के जाल से भी बचाता है।
2025 में किस राज्य में कितनी मिल रही है राशि?
दोस्त, हर राज्य का अपना बजट और नियम हैं। यहाँ एक मोटा-मोटी हिसाब देखते हैं:
- मध्य प्रदेश: यहाँ सरकार अब ₹55,000 दे रही है। इसमें से ₹49,000 सीधे बेटी के बैंक खाते में जाते हैं ताकि वह अपना घर बसा सके।
- उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत यहाँ ₹51,000 की राशि दी जाती है।
- राजस्थान और बिहार: यहाँ भी ₹25,000 से ₹50,000 तक की सहायता अलग-अलग श्रेणियों में दी जाती है।
कौन अप्लाई कर सकता है?
यह सबसे जरूरी हिस्सा है। कई लोग फॉर्म तो भर देते हैं, लेकिन बाद में रिजेक्ट हो जाते हैं। ध्यान रखें:
- उम्र का ध्यान: लड़की की उम्र 18 साल और लड़के की 21 साल पूरी होनी चाहिए। (एक दिन भी कम हुआ तो रिजेक्ट हो जाएगा)।
- निवास: आप जिस राज्य की योजना का लाभ ले रहे हैं, वहां का स्थायी निवासी होना जरूरी है।
- आय सीमा: आपके पास BPL कार्ड होना चाहिए या फिर आपकी सालाना आय आपके राज्य द्वारा तय की गई सीमा (जैसे ₹2 लाख या ₹3 लाख) से कम होनी चाहिए।
- नया नियम 2025: अब अधिकतर राज्यों में आधार ई-केवाईसी (e-KYC) अनिवार्य है। यानी आपके आधार में मोबाइल नंबर अपडेट होना ही चाहिए।
जरूरी कागजात
फॉर्म भरने बैठने से पहले ये चीजें अपने पास रख लें:
- बेटी और दामाद का आधार कार्ड।
- दोनों का जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) या 10वीं की मार्कशीट।
- आय और मूल निवास प्रमाण पत्र।
- बैंक पासबुक (याद रहे, बैंक अकाउंट आधार से लिंक होना चाहिए)।
- समग्र आईडी या राशन कार्ड।
आवेदन की प्रक्रिया
आजकल ज्यादातर राज्यों ने इसे ऑनलाइन कर दिया है, जो बहुत अच्छी बात है। आपको बस अपने राज्य की ‘Social Justice‘ या ‘Shadi Anudan‘ वेबसाइट पर जाना है।
- पंजीकरण (Registration): अपना मोबाइल नंबर डालकर रजिस्टर करें।
- डिटेल्स भरें: बेटी और लड़के की सही जानकारी भरें। स्पेलिंग मिस्टेक न करें।
- दस्तावेज अपलोड करें: फोटो और डॉक्यूमेंट्स को साफ-साफ स्कैन करके अपलोड करें।
- सत्यापन (Verification): फॉर्म भरने के बाद सचिव या वार्ड पार्षद से मिलकर उसे वेरिफाई जरूर करवाएं।
कुछ आम सवाल (FAQs)
सवाल: क्या विधवा या तलाकशुदा महिला भी अप्लाई कर सकती है? जवाब: जी हाँ! सरकार पुनर्विवाह को बढ़ावा देने के लिए भी यह सहायता प्रदान करती है।
सवाल: क्या पैसा शादी से पहले मिलता है? जवाब: ज्यादातर राज्यों में वेरिफिकेशन के बाद और शादी के आसपास ही पैसा अकाउंट में आता है। कुछ राज्यों में सामान (जैसे बर्तन, गहने) भी दिए जाते हैं।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना सिर्फ एक मदद नहीं, एक सम्मान है। अपनी बेटी को बोझ मत समझिए, वह इस देश की शान है। अगर आप नियमों का सही से पालन करेंगे और सही समय पर अप्लाई करेंगे, तो सरकार की यह मदद आपकी राह आसान कर देगी।
उम्मीद है यह जानकारी आपके काम आएगी। अगर आपके मन में कोई भी सवाल है, तो नीचे कमेंट में जरूर पूछें। हम साथ मिलकर उसका हल ढूंढेंगे।
















