बिहार के खेल इतिहास में अब एक नया दौर शुरू होने वाला है। नालंदा जिले के राजगीर में बना इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम अब लगभग तैयार है और 5 अक्टूबर 2025 में इसका भव्य उद्घाटन होने वाला है। पहली बार बिहार को घरेलू ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की मेज़बानी का भी अवसर मिलेगा।

1. स्थान और क्षमता
राजगीर की पहाड़ियों के बीच बसा यह स्टेडियम प्राकृतिक खूबसूरती के बीच स्थित है। यह पटना से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर है।
यहाँ करीब 40,000 से 45,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है, जिससे यह बिहार का सबसे बड़ा स्टेडियम और देश के प्रमुख स्टेडियमों में से एक बन गया है।
2. डिज़ाइन और आधुनिक सुविधाएँ
स्टेडियम का डिज़ाइन पूरी तरह आधुनिक है।
इसका चौका-चौका आकार सिडनी क्रिकेट ग्राउंड से प्रेरित है, जिससे इसे अंतरराष्ट्रीय लुक मिला है।
मुख्य पवेलियन पाँच मंज़िला है — जिसमें खिलाड़ियों, अंपायरों, मीडिया और VIP मेहमानों के लिए अत्याधुनिक लाउंज और सुविधाएँ बनाई गई हैं।
यहाँ जिम, स्पा, फिजियोथेरेपी रूम और मेडिकल यूनिट जैसी सभी आवश्यक सुविधाएँ मौजूद हैं।
3. पिच की खासियत
यहाँ कुल 13 पिचें तैयार की गई हैं —
- 7 पिचों में मोकामा की काली मिट्टी, जिससे गेंद को अच्छा उछाल मिलेगा।
- 6 पिचों में महाराष्ट्र की लाल मिट्टी, जो स्पिन और तेज़ दोनों गेंदबाज़ों के लिए अनुकूल है।
साथ ही एक आधुनिक ड्रेनेज सिस्टम लगाया गया है, जिससे बारिश के बाद मैदान जल्दी सूख सके।
4. दर्शकों की सुविधाएँ
दर्शकों के लिए लिफ्ट, स्वच्छ शौचालय, फूड कोर्ट और हॉस्पिटैलिटी ज़ोन जैसी सभी सुविधाएँ रखी गई हैं। इसका उद्देश्य दर्शकों को आरामदायक अनुभव देना है।
5. राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का हिस्सा
यह स्टेडियम अकेला नहीं है, बल्कि एक बड़े राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का हिस्सा है।
इस कॉम्प्लेक्स में क्रिकेट के अलावा हॉकी, फुटबॉल, एथलेटिक्स, स्विमिंग, बैडमिंटन और टेनिस के लिए भी अलग-अलग मैदान और एरीना तैयार किए जा रहे हैं।
साथ ही यहाँ एक स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी, खिलाड़ी हॉस्टल और स्पोर्ट्स साइंस लैब भी बनाई जा रही है, ताकि खिलाड़ियों को वैज्ञानिक प्रशिक्षण मिल सके।
6. निर्माण और उद्घाटन
मुख्य निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, अब केवल फिनिशिंग और बाहरी सुंदरता का काम चल रहा है।
उद्घाटन अक्टूबर 2025 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किया गया।
इस पूरी परियोजना पर ₹750 से ₹850 करोड़ का निवेश हुआ है।
संचालन की जिम्मेदारी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) संभालेगी।
7. बिहार के लिए महत्व
- क्रिकेट का नया केंद्र: यह बिहार टीम का होम ग्राउंड बनेगा और युवा खिलाड़ियों के लिए बड़ा प्रशिक्षण केंद्र होगा।
- अंतरराष्ट्रीय पहचान: बिहार पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच की मेज़बानी करेगा।
- आर्थिक बढ़त: इससे पर्यटन और स्थानीय रोज़गार को बढ़ावा मिलेगा।
- खेल संस्कृति का विकास: राज्य में खेल के प्रति रुचि और जुनून को नई दिशा मिलेगी।
8. आने वाले कार्यक्रम
उद्घाटन के बाद यहाँ रणजी ट्रॉफी, CPL (Cricket Premier League – बिहार की अपनी लीग) जैसे टूर्नामेंट शुरू होंगे।
आगे चलकर IPL और विदेशी टीमों के मैच भी यहाँ आयोजित करने की योजना है।