बिहार, पूर्वी भारत का एक प्राचीन राज्य है, जो अपने गौरवशाली इतिहास, समृद्ध संस्कृति और जीवंत परंपराओं के लिए जाना जाता है। उत्तर में नेपाल, पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश और दक्षिण में झारखंड इसकी सीमाएँ बनाते हैं। राजधानी पटना है और गंगा नदी राज्य को उत्तर और दक्षिण बिहार में बाँटती है।
बिहार का प्राचीन इतिहास
वैदिक काल में मिथिला और मगध जैसे राज्य यहीं उभरे।
मिथिला रामायण से जुड़ा है और सीता इसी धरती की पुत्री मानी जाती हैं।
मगध के शासक बिंबिसार और अजातशत्रु ने साम्राज्य को मजबूत किया।
मौर्य साम्राज्य की नींव चंद्रगुप्त मौर्य ने रखी और अशोक के समय यह अपनी ऊँचाइयों पर पहुँचा।
यही भूमि भगवान बुद्ध और महावीर की कर्मभूमि रही।
नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय शिक्षा का विश्व स्तर पर केंद्र बने
मध्यकालीन और आधुनिक बिहार
शेरशाह सूरी ने सासाराम से शासन किया और दिल्ली तक अपनी शक्ति फैलाई।
1857 के विद्रोह में बाबू कुँवर सिंह ने अंग्रेजों से जमकर लोहा लिया।
1917 में महात्मा गांधी का चंपारण सत्याग्रह यहीं से शुरू हुआ।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद, स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति, का जन्म भी बिहार में हुआ।
22 मार्च 1912 को बिहार अलग प्रांत बना, और 2000 में झारखंड इससे अलग हुआ।

संस्कृति और त्योहार
बिहार की पहचान उसके त्योहारों और लोक परंपराओं से है। छठ पूजा– सूर्यदेव की उपासना का चार दिनी पर्व।
सामा-चकेवा– भाई-बहन का त्योहार।
मधुश्रावणी पूजा– नवविवाहित महिलाओं का पर्व।
सोनेपुर मेला– एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला।
बिहुला पूजा और राजगीर मेला – स्थानीय मान्यताओं और परंपराओं से जुड़े उत्सव।
कला और शिल्प
मधुबनी पेंटिंग– मिथिला क्षेत्र की विश्व प्रसिद्ध कला।
दीवार पेंटिंग, खिलौने और लोकशिल्प भी प्रसिद्ध हैं।
मुंडेश्वरी देवी मंदिर – दुनिया का सबसे पुराना जीवित मंदिर।
शिक्षा की धरती
प्राचीन काल का नालंदा विश्वविद्यालय विश्वभर में प्रसिद्ध रहा।
विक्रमशिला महाविहार बौद्ध शिक्षा का बड़ा केंद्र था।
आज भी बिहार शिक्षा की परंपरा को जीवित रखे हुए है।
स्वादिष्ट बिहारी भोजन
लिट्टी-चोखा– बिहार का सबसे लोकप्रिय व्यंजन।
ठेकुआ, सिलाओ का खाजा, दही-चूड़ा पारंपरिक स्वाद का हिस्सा।

पर्यटन स्थल
बोधगया– महाबोधि मंदिर और बोधि वृक्ष।
नालंदा– प्राचीन विश्वविद्यालय के खंडहर।
वैशाली – जैन और बौद्ध धर्म स्थल।
राजगीर – ऐतिहासिक पहाड़ियाँ और गर्म पानी के झरने।
पटना– संग्रहालय और ऐतिहासिक स्मारक।
सोनेपुर– विश्व प्रसिद्ध पशु मेला।
बिहार के महान व्यक्तित्व
डॉ. राजेंद्र प्रसाद – स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति।
बाबू कुँवर सिंह– 1857 की क्रांति के वीर योद्धा।
जयप्रकाश नारायण – सम्पूर्ण क्रांति के जनक।
श्रीकृष्ण सिंह, अनुग्रह नारायण सिन्हा, जगजीवन राम – बिहार की राजनीति और समाज के स्तंभ।
बिहार की खास पहचान
राज्य पशु –गौर
राज्य पक्षी – गौरैया
प्रमुख नृत्य – बिदेसिया, झिझिया, जट-जटिन
प्रमुख फसलें – गन्ना, आलू, प्याज, मिर्च आदि।
निष्कर्ष
बिहार सिर्फ एक राज्य नहीं बल्कि भारत की आत्मा है। यहाँ की मिट्टी इतिहास से जुड़ी है, त्योहार संस्कृति की धड़कन हैं और व्यंजन अपनापन लिए हुए हैं। चाहे शिक्षा हो, धर्म हो या स्वतंत्रता आंदोलन – बिहार ने हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन किया है। यही कारण है कि इसे गर्व से कहा जाता है – “बिहार, संस्कृति और गौरव की भूमि।