छोटे सपनों से बड़े मंच तक सार्थक रंजन
पूर्णिया के इस होनहार बल्लेबाज़ की कहानी साधारण नहीं है। 29 वर्षीय सार्थक रंजन का आईपीएल का सफर शुरू हो चुका है, और इस जीत का जश्न सिर्फ उनके परिवार ने नहीं, बल्कि पूरे बिहार क्रिकेट ने मनाया है। अबूधाबी के एतिहाद एरीना में आयोजित आईपीएल 2026 की मिनी नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने सार्थक रंजन को ₹30 लाख में अपनी टीम में शामिल किया।
बेस प्राइस पर चुना जाना—यह महज़ एक आर्थिक आंकड़ा नहीं है। यह बात कहती है कि जब आप मेहनत करते हैं, जब आप अपने खेल पर विश्वास करते हैं, तो बड़े मंच अपने आप आपको बुला लेते हैं। किसी दूसरी टीम की बोली न लगने के बाद भी, शाहरुख खान की शानदार केकेआर टीम ने सार्थक को अपना विश्वास दिया—और यही तो महत्वपूर्ण है।

जहाँ से शुरुआत हुई सार्थक रंजन
2016 की शुरुआत… जब सार्थक ने दिल्ली के लिए अपना पहला मैच खेला। तब से लेकर आज तक का सफर देखिए—यह एक बिहारी खिलाड़ी की सच्ची मेहनत की गाथा है। दिल्ली रणजी ट्रॉफी में उन्होंने अपनी तकनीक और संयम से धीरे-धीरे एक भरोसेमंद ओपनिंग बल्लेबाज़ की पहचान बना ली।
लेकिन असली पहचान मिली दिल्ली प्रीमियर लीग 2025 में। यह वह टूर्नामेंट था जहाँ सार्थक रंजन ने बस नौ मैचों में क्रिकेट जगत को अपना परिचय दे दिया। नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स की जर्सी पहनकर उन्होंने 449-495 रन बनाए, और इसमें एक शानदार पहलू था—मात्र 58 गेंदों में शतक।
56 चौके, 18-21 छक्के… ये आंकड़े किसी आक्रामक और विश्वस्त बल्लेबाज़ की छवि बनाते हैं। डीपीएल में वे दूसरे सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे, और बस यही एक आईपीएल टिकट देने के लिए काफ़ी था।
बिहार को गर्व की बात
इस चयन में सिर्फ सार्थक की जीत नहीं दिखती—यह बिहार क्रिकेट की सफलता की गाथा है। पिछली निलामियों में बिहार के कई खिलाड़ी शामिल रहे, लेकिन सार्थक का चुना जाना एक खास पल है। यह संदेश देता है कि मेहनत सच में कहीं नहीं जाती।
पप्पू यादव—पूर्णिया के निर्दलीय सांसद—ने भी इस क्षण में अपनी खुशी को शब्दों में पिरोया है। “अपनी प्रतिभा के दम पर अपनी पहचान बनाओ, अपनी चाहत पूरी करो! अब सार्थक के नाम से बनेगी हमारी पहचान!” यह सिर्फ एक पिता की दुआ नहीं, बल्कि पूरे राज्य की आशा की आवाज़ है।
KKR का चुनाव—सार्थक रंजन
शाहरुख खान की टीम कोलकाता नाइट राइडर्स अपनी बुद्धिमत्ता के लिए जानी जाती है। इसी नीलामी में उन्होंने कैमरन ग्रीन जैसे बड़े नामों पर भारी रकम झलकाई, लेकिन सार्थक पर 30 लाख लगाना—यह एक कम जोखिम, अधिक पुरस्कार का फैसला था।
एक होनहार युवा, जो ओपनिंग पोजीशन में अपनी जिम्मेदारी समझता है, जिसकी तकनीक पक्की है और जिसके पास एक दशक का घरेलू क्रिकेट अनुभव है—यह निवेश फलदायी साबित हो सकता है। केकेआर के जैसी एक स्थापित टीम में सार्थक को सीखने और अपनी क्षमता को साबित करने का यह सुनहरा मौका है।
बिहार के युवाओं के लिए एक संदेश
आज का दिन—16 दिसंबर 2025—बिहार के प्रत्येक आकांक्षी खिलाड़ी के लिए एक प्रेरणा की किरण बन गया है। जब आप दिल्ली या किसी दूसरे राज्य से घरेलू क्रिकेट में अपना स्थान बनाते हैं, जब आप अपने खेल की गुणवत्ता पर ध्यान देते हैं—तो बड़े मंच अवश्य आपको देखते हैं।
सार्थक की कहानी यह सिद्ध करती है कि बिहार से निकलकर भी बड़े सपने पूरे हो सकते हैं। वह दिल्ली के लिए खेलते हैं, लेकिन उनकी जड़ें पूर्णिया में हैं—और यह रिश्ता कभी टूटता नहीं।
आगे का रास्ता
अब सार्थक रंजन के पास एक चमकदार मंच है। आईपीएल, जहाँ विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलते हैं, जहाँ हर गेंद पर लाखों आँखें होती हैं। उन्हें अपनी तकनीक, अपने आत्मविश्वास और अपनी मेहनत को यहाँ दिखाने का अवसर मिलेगा।
कितने मैच खेलेंगे, कितने रन बनाएँगे—यह आने वाले समय बताएगा। लेकिन एक चीज़ तय है: सार्थक रंजन बिहार को गौरवान्वित करने के लिए तैयार हैं।
















