बिहार के खेल प्रेमियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक बड़ी खबर है। 13 दिसंबर 2025, यानी आज से पटना के कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में ऑल इंडिया सिविल सर्विसेज एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025-26 का शानदार आगाज हो गया है।
अगर आप बिहार में हो रहे बदलावों और खेल जगत की खबरों में रुचि रखते हैं, तो यह खबर आपके लिए खास है। आइए आसान भाषा में जानते हैं इस इवेंट की पूरी डिटेल।

क्या है यह चैंपियनशिप?
यह एक नेशनल लेवल का इवेंट है, जिसमें देशभर के सिविल सर्वेंट्स (सरकारी अधिकारी और कर्मचारी) भाग ले रहे हैं। इसका मकसद सिर्फ खेल नहीं, बल्कि फिटनेस और “स्पोर्ट्स टूरिज्म” को बढ़ावा देना भी है।
- कब तक चलेगा? 13 दिसंबर से 15 दिसंबर 2025 तक।
- कहाँ हो रहा है? पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, कंकड़बाग, पटना।
क्यों खास है यह आयोजन?
अक्सर हम सुनते हैं कि बड़े खेल आयोजन दिल्ली या मुंबई में होते हैं, लेकिन बिहार का इस मेजबानी को संभालना एक बड़ी उपलब्धि है। यहाँ कुछ खास बातें हैं जो इसे ‘नॉन-जेनेरिक’ बनाती हैं:
- खिलाड़ियों का मेला: इस चैंपियनशिप में देशभर से 1,085 प्रतिभागी पटना पधारे हैं। इसमें हरियाणा, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के दिग्गज एथलीट शामिल हैं।
- हर उम्र का जोश: यह सिर्फ युवाओं के लिए नहीं है। इसमें 40 से 60 साल की उम्र के ‘वेटरन’ एथलीट्स के लिए भी अलग कैटेगरीज रखी गई हैं। सोचिए, 50 साल के अफसर जब ट्रैक पर दौड़ेंगे तो माहौल कितना शानदार होगा!
- मुकाबले: यहाँ सिर्फ दौड़ नहीं होगी। हाई जंप, लॉन्ग जंप, डिस्कस थ्रो, जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) और शॉट पुट जैसे कई रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे।
पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स : एक वर्ल्ड क्लास वेन्यू
पटना का पाटलिपुत्र कॉम्प्लेक्स अब पूरी तरह बदल चुका है। यहाँ एथलीट्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक बिछाया गया है, जो इंटरनेशनल स्टैंडर्ड का है। खिलाड़ियों के रुकने और प्रैक्टिस के लिए भी यहाँ हाई-टेक इंतजाम किए गए हैं।
आयोजन के पीछे के चेहरे:
इस पूरे इवेंट को सफल बनाने के लिए बिहार सरकार का कला, संस्कृति एवं युवा विभाग दिन-रात लगा हुआ है। आयोजन सचिव प्रणव कुमार और एथलेटिक्स के नोडल ऑफिसर शीर्षत कपिल अशोक (BSRDCL के एमडी) की देखरेख में यह चैंपियनशिप आयोजित की जा रही है।
बिहार के लिए क्या हैं इसके मायने?
यह आयोजन बताता है कि बिहार अब सिर्फ ‘सरकारी नौकरी की तैयारी’ का केंद्र नहीं रहा, बल्कि ‘स्पोर्ट्स हब’ बनने की ओर भी बढ़ रहा है। जब देश के अलग-अलग कोनों से आए 1000+ लोग पटना से वापस जाएंगे, तो वे बिहार की एक नई और सकारात्मक छवि लेकर जाएंगे।
अगर आप पटना में हैं, तो कंकड़बाग की तरफ जाते वक्त खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाना न भूलें। यह बिहार के लिए गर्व का पल है।















